हरिद्वार। एक पिता की टूटती उम्मीदें, एक वीडियो कॉल पर बहती गंगा और पीछे दिखती काली-सफेद टाइले। इसी एक संकेत ने बचा ली एक जान। हरिद्वार पुलिस की सतर्कता और टीमवर्क की बदौलत एक परिवार टूटा नहीं जुड़ गया। बेटे ने हरकी पैड़ी आकर पिता को वीडियो कॉल की और कहने लगा …..
“मैं हर की पैड़ी पर हूं… अब जीने का कोई मतलब नहीं”
सोमवार शाम को देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने हरिद्वार कंट्रोल रूम में घबराहट भरे स्वर में सूचना दी कि मेरा बेटा वीडियो कॉल पर कह रहा है कि वह हर की पैड़ी पर आत्महत्या करने आया है। पीछे मां गंगा दिखाई दे रही है। पिता की कांपती आवाज़ और बेटे की हरकतें किसी भी पुलिसकर्मी को चौंका देतीं। लेकिन हरिद्वार पुलिस ने घबराहट में नहीं, सूझबूझ से काम लिया।
वीडियो कॉल में दिखा क्लू, कंट्रोल रूम स्टाफ ने पहचान ली जगह
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि कंट्रोल रूम में तैनात सतर्क पुलिसकर्मियों ने वीडियो कॉल के बैकग्राउंड को तुरंत स्कैन किया। टाइल्स का रंग, गंगा घाट की बनावट और दिशा। सब कुछ ध्यान से देखा गया। पल भर में लोकेशन चिन्हित हुई हर की पैड़ी का मुख्य प्रवेश द्वार। तत्काल वहां तैनात अ.उप.नि. हरि प्रसाद और चौकी हर की पैड़ी की टीम को सतर्क कर दिया गया।
रेस अगेंस्ट टाइम: घाट-घाट खोजा, आखिर मिल गया बेटा
युवक का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था, समय कम था और भीड़ ज्यादा। लेकिन पुलिस टीम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तेजी से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। कई घाटों पर तलाश के बाद पुलिस टीम ने युवक को पहचान लिया। वह किनारे बैठा गंगा की ओर अपलक देख रहा था। पुलिस ने नज़दीक जाकर संयम के साथ बात की, विश्वास दिलाया और युवक को समझा-बुझाकर सुरक्षित चौकी तक लाया गया।
पिता की आंखों से बह निकले आंसू, बेटे को सीने से लगाया
जैसे ही युवक के परिजन मौके पर पहुंचे, दृश्य बेहद भावुक हो गया। पिता ने रोते हुए बेटे को गले से लगा लिया। आंखों में राहत थी, आभार था — और ज़ुबां पर बस यही शब्द: कि “हरिद्वार पुलिस ने मेरी दुनिया बचा ली…”
पुलिस का मानवीय चेहरा, लोग कह रहे – “सलाम है इन रक्षकों को”
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे खास रही हरिद्वार पुलिस की प्रमाणिकता, तत्परता और मानवीय संवेदना। जहां एक तरफ युवक के जीवन का संकट था, वहीं दूसरी ओर एक जिम्मेदार व्यवस्था ने उसे समय रहते बचा लिया। सोशल मीडिया पर इस घटना के वायरल होने के बाद लोग हरिद्वार पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।