हरिद्वार। चार वर्षीय मासूम की निर्मम हत्या के आरोपी को पकड़ने में हरिद्वार पुलिस ने अपने हुनर और मेहनत का बेहतरीन परिचय दिया है। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने न कोई सर्विलांस, न कोई मोबाइल ट्रैकिंग केवल मैनुअल पुलिसिंग और तकनीकी सीमाओं के बावजूद अथक मेहनत से आरोपी को लक्सर के खंडहर से धरदबोचा।
चार साल की बच्ची को मारकर फरार हो गया था सूरज
15 मई की शाम कोतवाली नगर क्षेत्र के रोड़ी बेलवाला इलाके में रहने वाले अशोक सिंह नामक व्यक्ति ने चौकी पर आकर सूचना दी थी कि उसकी चार वर्षीय बेटी को एक सूरज नामक व्यक्ति बहला-फुसलाकर ले गया है। बताया गया कि आरोपी पिछले चार-पांच महीने से उन्हीं की झोपड़ी में रहकर कबाड़ बीनने का काम कर रहा था। दंपति जब बच्ची को न पाकर सहारनपुर तक उसकी तलाश में गए, तो उन्हें वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा

रेलवे ट्रैक की सुरंग में मिला बच्ची का शव
पुलिस ने तत्काल गुमशुदगी का मामला दर्ज कर खोजबीन शुरू की, लेकिन 16 मई की सुबह जब रेलवे ट्रैक की एक सुरंग में बच्ची का शव मिला, तो मामला हत्या में बदल गया। पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के साथ ही कोतवाली नगर पुलिस ने आईपीसी की धारा 103 बीएनएस जोड़कर गंभीरता से जांच शुरू की।
खुद पहुंचे कप्तान, बनाई विशेष टीमें
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने घटना की गंभीरता को देखते हुए खुद मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इसके बाद एसपी क्राइम जितेन्द्र मेहरा की मॉनिटरिंग में कोतवाल नगर, ज्वालापुर, रानीपुर, कनखल और सीआईयू की संयुक्त टीमें गठित की गईं।

600 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले, सोशल मीडिया का भी लिया सहारा
सूरज की तलाश हरिद्वार से सहारनपुर तक फैली थी। पुलिस टीमों ने 600 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले। आरोपी का मोबाइल फोन नहीं था, न ही कोई पारिवारिक संपर्क, जिससे तलाश और भी कठिन हो गई। फिर भी पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के ज़रिए आरोपी की तस्वीर आमजन से साझा की।
आखिरकार पकड़ में आया आरोपी
लगातार निगरानी और प्रयासों के चलते पुलिस को सफलता तब मिली जब आरोपी को लक्सर के बसेड़ी रोड स्थित कबाड़ी बस्ती के पास एक खंडहर से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में हुआ हत्याकांड का खुलासा
पूछताछ में आरोपी सूरज उर्फ सूरजभान ने बताया कि वह मूल रूप से कासगंज (उ.प्र.) का रहने वाला है और फिलहाल रोडीबेलवाला की झुग्गी में रह रहा था। उसने मृतका की मां के साथ अवैध संबंध बना लिए थे, जिसे बच्ची के पिता बमबम दास ने देख लिया था। इसी बात पर झगड़ा हुआ और आरोपी को झोपड़ी से निकाल दिया गया। अपमान का बदला लेने के लिए उसने मासूम बच्ची को निशाना बनाया।
हत्या की क्रूर कहानी
सूरज ने योजना बनाकर पहले पति-पत्नी को राशन लाने के बहाने घर से दूर भेजा और फिर बच्ची को लेकर रेलवे सुरंग की ओर गया। वहां खोपचे में ले जाकर उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए उसने अपने सिर से विग हटाकर टोपी पहन ली थी।

इनाम की घोषणा
इस केस के खुलासे के बाद कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने टीम की सराहना करते हुए 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया, वहीं आईजी रेंज गढ़वाल ने 25,000 रुपये की इनामी घोषणा की। श्री अखंड परशुराम अखाड़े की ओर से भी पुलिस टीम को 21 हजार का इनाम देने की घोषणा की गई है।
पुलिस कप्तान प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कहा अंधेरे में सुई तलाशने जैसा था ये टास्क।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कहा, इस मामले में आरोपी को पकड़ना अंधेरे में सुई खोजने जैसा था। लेकिन हमारी टीम ने जिस मेहनत, संकल्प और जिम्मेदारी से काम किया, वह काबिलेतारीफ है।”
काबिल-ए-तारीफ पुलिस टीम
- निरीक्षक रितेश शाह (कोतवाली हरिद्वार)
- निरीक्षक नरेंद्र सिंह (CIU प्रभारी)
- उ.नि. वीरेन्द्र चंद्र रमोला
- उ.नि. सतेन्द्र भण्डारी
- उ.नि. अंशुल अग्रवाल
- उ.नि. चरण सिंह
- उ.नि. आशीष नेगी
- उ.नि. प्रदीप कुमार
- अ.उ.नि. दीपक ध्यानी
- हे.का. सतेन्द्र
- हे.का. सतीश नौटियाल
- हे.का. संजीव राणा
- कानि. निर्मल
- कानि. सुनील चौहान
- कानि. रमेश चौहान
- कानि. अमित भट्ट
- कानि. सौरभ नौटियाल
- हे.का. प्रेम (कोतवाली ज्वालापुर)
- कानि. नवीन क्षेत्री (कोतवाली ज्वालापुर)
- कानि. दीप गौड़ (कोतवाली रानीपुर)
- कानि. अजय (कोतवाली रानीपुर)
- कानि. सतेन्द्र (कनखल)
- कानि. हरवीर (सीआईयू)

