हरिद्वार। हरिद्वार के गंगा तटीय क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है। गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन ने कई वीडियो जारी किए और प्रशासन की मिलीभगत से मां गंगा का सीना चीरने के आरोप लगाए हैं।
गौरतलब है कि मातृ सदन के संत दयानंद कुछ दिन पहले अवैध खनन को लेकर अनशन पर बैठ गए थे। प्रशासन द्वारा अवैध खनन न होने के आश्वासन के बाद उन्होंने अनशन तोड़। लेकिन बावजूद इसके फिर से अवैध खनन कर बोल्डर, रेत, बजरी और मिट्टी निकालकर वारे के न्यारे किए जा रहे हैं।
मातृ सदन का कहना है कि उपजाऊ भूमि को नष्ट करने में लगे है खनन माफिया। कुछ जगह तो ऐसी है जहां रात्रि में खनन माफियाओ के द्वारा किसानो की उपजाऊ भूमि को बड़ी-बड़ी जेसीबी से कुछ ही घंटे में नष्ट कर दिया जाता है सुबह जब किसान खेत को आकर देखते है तो किसानों के पास रोने के अलावा कुछ नहीं बचता, क्योंकि हरिद्वार जिला प्रशासन किसानों का दर्द सुनने को तैयार नहीं है लगातार किसानों के द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।