हरिद्वार, संवाददाता। ब्रेकिंग हब की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि सोशल मीडिया पर सनी देओल का कैमरा छीनने वाला जो वीडियो वायरल हो रहा है। उसे कई मीडिया संस्थानों ने हरिद्वार का बताकर चला दिया लेकिन पड़ताल में यह दावा गलत निकला है यह वीडियो हरिद्वार का नहीं है और इसका धर्मेंद्र की अस्थि विसर्जन प्रक्रिया से कोई संबंध नहीं है। बुधवार को धर्मेंद्र की अस्थियां उनके पौते ने हरकी पैड़ी पर विसर्जित की थीं लेकिन सनी देओल हरकी पैड़ी गए ही नहीं थे। सनी देओल बॉबी देओल और परिवार के बाकी सदस्य पीलीभीत हाउस होटल के घाट पर ही स्नान और कर्मकांड में शामिल हुए। वीडियो की जांच में स्पष्ट हुआ कि यह कई दिन पुराना है। इसमें दिखाई दे रही लोकेशन हरकी पैड़ी से मेल नहीं खाती वायरल दावा सिर्फ लोगों को भ्रमित करता है कई बड़े मीडिया संस्थानों ने बिना जांच इसे हरिद्वार का बताकर खबरें चला दीं। ब्रेकिंग हब की पड़ताल में यह साफ हो गया कि वायरल वीडियो की लोकेशन हरिद्वार नहीं है और सनी देओल के घटनास्थल पर मौजूद होने की जानकारी भी गलत है।

वीडियो की लोकेशन थ्योरी फेल
ब्रेकिंग हब ने वीडियो की फ्रेम-बाय-फ्रेम जांच की। बैकग्राउंड हरकी पैड़ी से मेल नहीं खाता। लोगों की भीड़, सनी देओल कपड़ों और वातावरण की टाइमिंग बुधवार की रस्मों से मैच नहीं करती। आसपास कहीं भी हरिद्वार की पहचान से जुड़ा चिन्ह नहीं दिखता। इसके बाद स्थानीय स्रोतों, होटल प्रबंधन और कार्यक्रम में मौजूद लोगों से पुष्टि की गई। सभी ने एक ही बात दोहराई। यह वीडियो हरिद्वार का नहीं है।

तो बुधवार को हरिद्वार में हुआ क्या था?
धर्मेंद्र के निधन के बाद उनकी अस्थियां बुधवार को हरिद्वार की हरकी पैड़ी पर उनके पौते द्वारा विसर्जित की गईं। लेकिन इस दौरान सनी देओल वहाँ मौजूद नहीं थे। बॉबी देओल सहित पूरा परिवार पीलीभीत हाउस होटल के निजी घाट पर रहा। परिजनों ने यहीं पर स्नान और कर्मकांड पूरे किए। इसकी स्थानीय स्रोतों और प्रत्यक्षदर्शियों ने पुष्टि की। कई राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने बिना सत्यापन के इसे हरिद्वार का बता दिया, जिससे गलतफहमी तेजी से फैल गई।

