अनिल शर्मा, लालढांग।
हरिद्वार। लंबे समय से खनन चुगान के शुरू होने का इंतजार कर रहे स्थानीय लोगों के लिए राहत की खबर है। सोमवार को डीएफओ हरिद्वार स्वप्निल अनिरुद्ध ने रवासन नदी स्थित कटेबड़ निकासी गेट का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर वन विकास निगम द्वारा खनन चुगान कार्य औपचारिक रूप से प्रारंभ कर दिया गया। डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने कहा कि खनन चुगान शुरू होने से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और राज्य सरकार को राजस्व का लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अब आमजन को खनन सामग्री की ऊंची कीमतों से राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द कोटावली और रवासन नदी के अन्य गेट भी खनन कार्य के लिए खोले जाएंगे। डीएफओ ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार खनन चोरी पर पूरी तरह लगाम कसने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए वन विभाग की टीम के साथ-साथ सुरक्षा बल और एसओजी को निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
स्थानीय खनन व्यवसायियों और ग्रामीणों ने खनन कार्य शुरू होने पर खुशी जताई। ग्रामीण अमरीक सिंह, आजाद पोखरियाल, विजेंद्र पोखरियाल, विनोद सिंह, संजय सैनी, बंटी सैनी और राहुल ने कहा कि खनन चुगान शुरू होने से लंबे समय से बेरोजगार बैठे युवाओं को रोजगार मिलने लगा है, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।स्थानीय लोगों ने कहा कि खनन कार्य का शुभारंभ न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाएगा, बल्कि अवैध खनन पर अंकुश लगाने में भी मददगार साबित होगा।
इस अवसर पर वन विकास निगम के डीएलएम रोहित सिंह, वन दरोगा गौतम राठौर सहित वन विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

