मेरठ। सोशल मीडिया पर अपने वायरल संवाद दस रुपए का बिस्किट कितने का है जी से चर्चित हुए यूट्यूबर शादाब जकाती एक अश्लील वीडियो प्रकरण को लेकर गंभीर आरोपों में घिर गए हैं। मामले में डीजीपी, महिला आयोग और मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद पुलिस ने शादाब के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उन्हें हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया। बाद में शादाब की ओर से दिया गया माफीनामा और एफिडेविट देखते हुए कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया।
अश्लील वीडियो बनाने और महिलाओं की छवि खराब करने का आरोप
शिकायत मेरठ के राहुल ठाकुर नाम के व्यक्ति द्वारा की गई थी। आरोप है कि शादाब ज़काती ने हाल ही में एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जिसमें अश्लीलता दर्शाने तथा नाबालिग बच्ची को शामिल करने की बात कही गई है। शिकायतकर्ता ने यह वीडियो महिलाओं की छवि को धूमिल करने और बाल यौन शोषण सामग्री के दायरे में आने वाला बताया। वीडियो में शादाब दो महिलाओं और एक नाबालिग बच्ची के साथ दिखाई दिए थे। इस आरोप को गंभीर मानते हुए शिकायत एसएसपी मेरठ को भी भेजी गई, जिसके बाद मामले पर पुलिस सक्रिय हुई।
पुलिस ने हिरासत में लिया, कोर्ट ने दी जमानत
पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए शादाब ज़काती को शांति भंग की धारा में चालान कर हिरासत में लिया। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां शादाब ने माफीनामा और हलफनामा सौंपते हुए कहा कि—
“अगर मेरी किसी वीडियो से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं। जिस बच्ची को वीडियो में दिखाया गया है, वह मेरी अपनी बेटी है। मेरा किसी की भावनाएं आहत करने का इरादा नहीं था।” शादाब जकाती
कोर्ट ने कागज़ात देखने के बाद शादाब को जमानत दे दी।
आपत्तिजनक वीडियो हटाने का दावा
मामले में सफाई देते हुए शादाब जकाती ने कहा कि जिस वीडियो पर आपत्ति जताई गई थी, उसे सोशल मीडिया से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनका किसी को आहत करने का उद्देश्य नहीं था और भविष्य में किसी भी प्रकार की गलती न दोहराने का आश्वासन भी दिया। यह मामला फिलहाल चर्चा में है।

