हरिद्वार, 8 अक्तूबर। खांसी की दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए औषधि नियंत्रण विभाग का निरीक्षण अभियान हरिद्वार जनपद में जारी है। सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती के नेतृत्व में सिडकुल क्षेत्र स्थित मैट्रो हॉस्पिटैलिटी का औचक निरीक्षण किया गया। टीम ने पांच दवाओं के सैंपल लेकर राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला को जांच के लिए भेजा। निरीक्षण के दौरान औषधि निरीक्षक मेघा और विभागीय टीम ने मेडिकल स्टोर्स में दवाओं की वैधता, स्टोरेज कंडीशन, बिलिंग रिकॉर्ड और ड्रग लाइसेंस की जांच की।

अनीता भारती ने कहा कि खांसी की दवाओं की गुणवत्ता की जांच विभाग की प्राथमिकता है। किसी भी मेडिकल प्रतिष्ठान में मानक उल्लंघन या बिना अनुमति दवा विक्रय पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान औषधि आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी के निर्देश पर पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है ताकि नागरिकों को सुरक्षित और मानक गुणवत्ता की दवाएं ही मिल सकें।

रुड़की क्षेत्र में भी औषधि विभाग का निरीक्षण अभियान बुधवार को तेज रहा। औषधि निरीक्षक हरीश के नेतृत्व में टीम ने विनय विशाल हॉस्पिटल से सात और ऐरन हॉस्पिटल से तीन सैंपल एकत्र कर जांच के लिए भेजे। निरीक्षण में मेडिकल स्टोर्स और अस्पतालों में दवाओं की वैधता, स्टॉक रजिस्टर, बिलिंग व्यवस्था और स्टोरेज की स्थिति देखी गई। हरीश ने कहा कि रुड़की क्षेत्र में सैंपलिंग अभियान लगातार जारी रहेगा और मानक से कम गुणवत्ता वाली औषधियों को बाजार में नहीं आने दिया जाएगा। अनीता भारती ने बताया कि जनपद में अब तक कुल 40 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

औषधि आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि औषधि गुणवत्ता सुनिश्चित करना जनस्वास्थ्य से जुड़ा विषय है, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

